September 13, 2025
MG NEWS

मरुधर गूंज, (13 जून 2025)

मिडिल ईस्ट एक बार फिर युद्ध की आग में झुलस रहा है। इजराइल ने शुक्रवार को ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत ईरान के न्यूक्लियर प्लांट्स और मिसाइल ठिकानों पर बड़ा हमला बोला। जवाब में ईरान ने सैकड़ों ड्रोन छोड़कर पलटवार किया। इस हमले से दुनिया भर में खलबली मच गई है। तेल-गोल्ड के दाम आसमान छूने लगे हैं और हवाई उड़ानों पर भी ताला लग गया है। अब सबसे बड़ा सवाल क्या इस जंग का खामियाजा भारत को भी भुगतना पड़ेगा?

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रात को साफ कहा —
ये ऑपरेशन तब तक चलेगा, जब तक ईरान के न्यूक्लियर खतरे को जड़ से खत्म नहीं कर देते।

इजराइली सेना के मुताबिक 200 से ज्यादा फाइटर जेट्स ने एक साथ ईरान के न्यूक्लियर प्लांट्स, मिसाइल फैक्ट्रियों और सेना के ठिकानों पर हमला किया। ईरान ने माना है कि उसके कई बड़े सैन्य अधिकारी मारे गए हैं। पलटवार में ईरान ने इजराइल पर 100 से ज्यादा ड्रोन छोड़ दिए हैं।

हवाई उड़ानों पर होगा असर

जंग के चलते इजराइल का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बंद कर दिया गया है। ईरान ने भी अपने एयरस्पेस को अगली सूचना तक बंद कर दिया। एयर इंडिया ने अमेरिका और यूरोप से आने-जाने वाली कई फ्लाइट्स डायवर्ट कर दीं या वापस लौटा दीं। इराक और जॉर्डन ने भी अपने एयरस्पेस पर ताला जड़ दिया है। कतर एयरवेज ने दमिश्क की फ्लाइट्स रद्द कर दीं।

पेट्रोल-डीजल और किचन का सामान हो सकता है महंगा

इस जंग ने कच्चे तेल के बाजार को दहला दिया है। अमेरिकी क्रूड की कीमत 8% उछलकर 73.61 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई। वहीं ब्रेंट क्रूड भी करीब 75 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल हो गया। अगर ईरान ने होरमुज जलडमरूमध्य को ब्लॉक कर दिया तो पेट्रोल-डीजल की कीमतें रिकॉर्ड तोड़ सकती हैं। दुनिया की 20% तेल सप्लाई इसी रास्ते से गुजरती है। जेपी मॉर्गन ने चेतावनी दी है कि हालत बिगड़े तो तेल 130 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकता है। इसका मतलब भारत में पेट्रोल 120 रुपए लीटर से ऊपर जा सकता है।

सोना चमका, शेयर बाजार धड़ाम

जंग के डर से लोग निवेश बचाने सोने में पैसा डालने लगे हैं। सोने की कीमत 1.2% बढ़ गई है और अब यह करीब 3,423 अमेरिकी डॉलर प्रति आउंस हो गई है। मतलब, सोना थोड़ा महंगा हो गया है। यह दो महीने का रिकॉर्ड हाई है। दूसरी ओर शेयर बाजार में हड़कंप मचा है। सेंसेक्स और निफ्टी 1% से ज्यादा लुढ़क गए। तेल से जुड़ी कंपनियों के शेयर चढ़े हैं, जबकि एयरलाइंस और पेंट कंपनियां पिट गई हैं।

भारत पर कितना असर?

  • ट्रैवल महंगा : टिकट के दाम बढ़ सकते हैं। कई फ्लाइट्स डायवर्ट होने से सफर लंबा और खर्चीला होगा।
  • महंगाई का खतरा : पेट्रोल-डीजल महंगा होगा तो ट्रांसपोर्ट महंगा— सब्जी, दूध, फल-फ्रूट सब महंगे हो सकते हैं।
  • घरेलू बजट बिगड़ेगा : रसोई गैस भी महंगी हो सकती है।
  • शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव : निवेशकों को सतर्क रहना होगा।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

एक्सपर्ट कहते हैं कि हालात ईरान और अमेरिका के अगले कदम पर टिके हैं। अगर होरमुज बंद हुआ या जंग फैली तो महंगाई का झटका बड़ा होगा। ऐसे में सरकार की रणनीति और पेट्रोलियम रिजर्व का इस्तेमाल बेहद जरूरी हो जाएगा। एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारत को वैकल्पिक सप्लाई तैयार रखनी होगी ताकि आम लोगों को ईंधन और गैस की किल्लत ना झेलनी पड़े। संकट बढ़ा तो बजट पर बोझ और ब्याज दरों पर भी असर पड़ सकता है।