
मरुधर गूंज, (02 जून 2025)।
जून में शुक्र और बुध ग्रह का राशि परिवर्तन होने जा रहा है। इंदौर के ज्योतिषाचार्य पं. हर्षित मोहन शर्मा के अनुसार, बुध का कर्क में गोचर होने से कर्क राशि वालों पर और शुक्र का वृषभ में गोचर होने से वृषभ पर प्रभाव पड़ेगा।
29 जून: शुक्र ग्रह का वृषभ में गोचर
दिनांक 29 जून को शुक्र ग्रह दिन के 01 बजकर 49 मिनट पर वृषभ राशि में गोचर करेंगे। यह राशि शुक्र ग्रह की राशि है। यह स्थिति 26 जुलाई तक बनी रहेगी। यह गोचर वृषभ राशि के जातकों के लिए अच्छा रहने वाला है।
वृषभ राशि को जो लोग विदेश जाने का प्रोग्राम बना रहे हैं, उन्हें सफलता प्राप्त हो सकती है। व्यक्ति के रहन-सहन, खान-पान में उच्च कोटि का बदलाव नजर आएगा। जातक साज-सज्जा आदि पर धन व्यय कर सकते हैं।
इस अवधि में वृषभ राशि वाले प्रॉपर्टी और वाहन क्रय कर सकते हैं। जातक का झुकाव अपोजिट लिंग के प्रति अधिक रहेगा। जातक भोग विलास में समय व्यतीत कर सकते हैं।
सलाह दी जाती है इस समय को अपने व्यक्तित्व विकास की तरफ अधिक लगाए। इस दौरान अचानक धन लाभ हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय में स्थिरता आएगी। जो जातक बेरोजगार हैं, उन्हें इस अवधि में रोजगार मिल सकता है। जातक अपने स्वयं का व्यापार भी शुरू कर सकता है।
- उपाय: प्रतिदिन लक्ष्मी माता की आरती करें या संतोषी माता को सफेद रंग की मिठाई का भोग लगाएं। बुजुर्गों की सेवा करें।
22 जून: बुध ग्रह का कर्क में गोचर
दिनांक 22 जून 2025 को राजकुमार ग्रह बुध कर्क राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। यह गोचर रात्रि 09 बजकर 20 मिनट पर होगा। यह गोचर कर्क राशि के जातकों को प्रतिकूल फल देने वाला रहेगा।
कर्क राशि वाले इस दौरान डिप्रेशन का सामना कर सकते हैं। मानसिक रूप से अस्वस्थ हो सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय में निकट का व्यक्ति धोखा दे सकता है। किसी भी दस्तावेज पर सिग्नेचर करने के पहले उसे अच्छे से जांच परख कर लें।
घर-गृहस्थी में क्लेश का वातावरण निर्मित हो सकता है, सतर्क रहें। जातक अपनी वाणी के द्वारा निकट के व्यक्तियों को ठेस पहुंचा सकता है। इस अवधि में धन उधार देने से बचें। जितना हो सके अध्यात्म को अपनाएं।
वाहन आदि चलाने में सावधानी रखें। सलाह दी जाती है कोई भी बड़ा निर्णय इस अवधि में ना लें। व्यापार-व्यवसाय में अचानक हानि हो सकती है, सतर्क रहें। जो जातक बेरोजगार हैं, उन्हें धैर्य रखने की आवश्यकता है। निराश ना हो। स्वास्थ्य को लेकर भी यह समय अच्छा नहीं रहेगा। जातक को पुराना कोई रोग उभर कर वापस आ सकता है। इस दौरान स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही ना बरतें। पौष्टिक आहार लें और व्यायाम को अपनी दिनचर्या में अपनाए।
- उपाय : बुधवार के दिन गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करें नियमित गणेश जी की आरती करे और दूर्वा चढ़ाएं।

