September 13, 2025
MG NEWS

मरुधर गूंज, बीकानेर (25 जून 2025)।

गुप्त नवरात्रि की शुरुआत कल 26 जून से होने जा रही है, जो तंत्र साधकों के लिए खास महत्व रखती है। यह नवरात्रि मां दुर्गा की 10 महाविद्याओं की पूजा के लिए समर्पित होती है। ज्योतिषाचार्य प्रेम शंकर शर्मा ने बताया कि नवरात्र की 9 दिन की रातें मां जगदंबा की पूजा का समय मानी जाती हैं। इस दौरान क्या करें और क्या नहीं करें।

गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 26 जून से होगी और उसी दिन कलश स्थापना भी की जाएगी। कलश स्थापना का अच्छा समय सुबह 8:59 बजे से लेकर 11:15 बजे तक है। इस दौरान कलश स्थापना करना शुभ रहेगा। अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 56 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक रहेगा। आप पहले से तैयारी कर लें और शुभ मुहूर्त के अंदर ही कलश स्थापना कर लें।

साधकों की साधना

ज्योतिषाचार्य प्रेम शंकर शर्मा ने बताया कि इस नवरात्रि में साधक लोग पूरे विश्व के भले के लिए साधना करेंगे, जिससे अच्छा फल मिले। यह नवरात्रि तंत्र साधकों के लिए खास मानी जाती है, जो अपनी तंत्र साधना को दूसरों से छिपाकर करते हैं। 27 जून 2025 को भगवान जगन्नाथ जी की रथ यात्रा शुरू होगी। गुप्त नवरात्रि का समापन 5 जुलाई 2025 को पारण के साथ किया जाएगा।

करें मां की पूजा अशुभ को बदलें शुभ में

गुप्त नवरात्रि 26 जून से शुरू हो रही है, जो तंत्र साधकों के लिए खास महत्व रखती है। इस नवरात्रि में भगवती मां जगदंबा का आगमन और विदाई जिस तरह से हो रहा है वह अच्छा संकेत नहीं देते, लेकिन साधक लोग पूरी दुनियाके लिए साधना कर सकते हैं। ऐसा करके वे माता से शांति की प्रार्थना कर सकते हैं।

इन बातों का रखें ध्यान –

  • इन नौ दिनों में मांसाहार, प्याज, लहसुन और अन्य तामसिक भोजन का सेवन बिल्कुल न करें।
  • नवरात्र के दौरान बाल और नाखून काटने से बचें।
  • चमड़े से बनी वस्तुओं जैसे बेल्ट, पर्स आदि का प्रयोग न करें।
  • घर में शांति और सकारात्मक माहौल बनाए रखें।
  • लड़ाई-झगड़े, बहस और अपशब्दों का प्रयोग बिल्कुल न करें।
  • व्रती दिन में सोने से बचें।
  • मन में किसी के प्रति बुरे विचार न लाएं।
  • इन नौ दिनों में ब्रह्मचर्य का पालन करें।
  • देवी की पूजा पूरे विधि-विधान से करें।
  • पूजा सामग्री और विधि में किसी भी तरह की कमी न छोड़ें।
  • स्त्री का अपमान भूलकर भी न करें।