September 12, 2025
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मरुधर गूंज, नई दिल्ली (4 सितंबर 2025)।

जीएसटी में हुए सुधार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार 04 सितंबर, 2025 को कहा कि अगर भारत को वैश्विक स्थिति में उचित स्थान दिलाना है तो समय के साथ बदलाव बहुत जरूरी है।

जीएसटी रिफॉर्म्स पर पीएम मोदी ने कहा, “समय पर बदलाव के बिना, हम अपने देश को आज की वैश्विक स्थिति में उसका उचित स्थान नहीं दिला सकते। मैंने इस बार 15 अगस्त को लाल किले से कहा था कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अगली पीढ़ी के सुधार करना बेहद जरूरी है। मैंने देशवासियों से यह वादा भी किया था कि इस दिवाली और छठ पूजा से पहले खुशियों की दोहरी बौछार होगी।”

‘जीएसटी हो गया और भी सरल’

पीएम मोदी ने कहा, “अब जीएसटी और भी सरल हो गया है। 22 सितंबर को, जो कि नवरात्रि का पहला दिन है, अगली पीढ़ी का सुधार लागू हो जाएगा क्योंकि ये सभी चीजें निश्चित रूप से ‘मातृशक्ति’ से संबंधित हैं।”

‘बढ़ जाएगी दिवाली की रौनक’

उन्होंने कहा, इस बार धनतेरस की रौनक भी और ज्यादा रहेगी। क्योंकि दर्जनों चीजों पर टैक्स अब बहुत ही कम हो गया है। 8 साल पहले जब जीएसटी लागू हुआ तो कई दशकों का सपना साकार हुआ। ये आजाद भारत का सबसे बड़ा आर्थिक सुधारों में से एक था।

जीएसटी से किस-किस को होगा फायदा?

प्रधानमंत्री ने कहा, 21वीं सदी में आगे बढ़ते भारत में जीएसटी में भी नेक्स्ट-जेनरेशन रिफॉर्म किया गया है। GST 2.0 ये देश के लिए सपोर्ट और ग्रोथ की डबल डोज है। नए जीएसटी रिफॉर्म से देश के हर परिवार को बहुत बड़ा फायदा होगा। गरीब, निओ मिडिल क्लास, मिडिल क्लास महिलाएं, स्टूडेंट्स, किसान, नौजवान… सभी को जीएसटी टैक्स कम करने से जबर्दस्त फायदा होगा।

‘भारत की अर्थव्यवस्था में जुड़े पंचरत्न’

उन्होंने आगे कहा, जीएसटी में रिफॉर्म्स से भारत की शानदार अर्थव्यवस्था में पंचरत्न जुड़े हैं। पहला, टैक्स सिस्टम कहीं अधिक सिंपल हुआ। दूसरा, भारत के नागरिकों की क्वालिटी ऑफ लाइफ और बढ़ेगी। तीसरा, उपभोग और ग्रोथ दोनों को नया बूस्टर मिलेगा। चौथा, व्यापार करने में आसानी से निवेश और नौकरी को बल मिलेगा। पांचवां, विकसित भारत के लिए सहकारी संघवाद और मजबूत होगा।

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना

कांग्रेस पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “पहले की सरकारों में सामानों पर कितनी बड़ी मात्रा टैक्स लिया जाता था। 2014 में मेरे आने से पहले रसोई का सामान हो, खेती किसानी से जुड़े सामान हो या फिर दवाइयां हो, यहां तक जीवन बीमा पर भी… ऐसी अनेक चीजों पर कांग्रेस सरकार अलग अलग टैक्स लेती थी। अगर वही दौर होता तो आज आपको 100 रुपये की कोई चीज खरीदते तो आपको 20-25 रुपए टैक्स देना होता। लेकिन हमारी सरकार का मकसद है कि आम लोगों के जीवन में बचत ज्यादा से ज्यादा कैसे हो, लोगों का जीवन बेहतर बने।”